LPG Cylinder Price – अगर आप झारखंड में रहते हैं और रसोई गैस (LPG) का इस्तेमाल करते हैं, तो ये खबर आपके लिए काफी अहम है। 24 जून 2025 को राज्य में घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) की नई कीमतों की घोषणा हुई है। नए रेट्स सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि झारखंड के अलग-अलग जिलों में सिलेंडर की कीमतों में अच्छा-खासा अंतर देखने को मिल रहा है। कहीं उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है, तो कहीं पर दाम अभी भी 900 के पार हैं।
रांची में क्या है रेट और सबसे सस्ता सिलेंडर कहां मिल रहा है?
राज्य की राजधानी रांची में फिलहाल 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 910.50 रुपये तय की गई है। लेकिन अच्छी बात ये है कि जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जैसे जिलों में यही सिलेंडर 892.50 रुपये में मिल रहा है, जो कि पूरे राज्य में सबसे सस्ती दर मानी जा रही है। वहीं अगर हजारीबाग, रामगढ़ और कोडरमा की बात करें तो इन जिलों में सबसे महंगे दाम यानी 912 रुपये में सिलेंडर बिक रहा है। यानी राज्य के भीतर ही लगभग 20 रुपये तक का अंतर देखने को मिल रहा है।
कीमतों में अंतर क्यों? जानिए वजह
अब सवाल उठता है कि एक ही राज्य में गैस सिलेंडर की कीमतों में इतना अंतर क्यों है? इसका मुख्य कारण है ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट, लोकल टैक्स और डिलीवरी खर्च। कुछ दूर-दराज इलाकों में गैस पहुंचाने में ज्यादा खर्च आता है, इसलिए वहां कीमत भी थोड़ी ज्यादा होती है। इसके अलावा, हर जिले का टैक्स स्ट्रक्चर और डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम भी अलग होता है।
झारखंड बनाम दिल्ली-मुंबई: किसे मिल रही ज्यादा राहत?
जब हम झारखंड की कीमतों की तुलना देश के बड़े शहरों से करते हैं, तो स्थिति थोड़ी चौंकाने वाली हो जाती है। मसलन, दिल्ली में यही सिलेंडर महज 853 रुपये में मिल रहा है और मुंबई में 852.50 रुपये में। कोलकाता में 879 रुपये और चेन्नई में 880.50 रुपये का रेट है। मतलब साफ है – झारखंड के लोग महानगरों के मुकाबले 30 से 60 रुपये ज्यादा चुका रहे हैं, जो कि आम परिवारों की जेब पर सीधा असर डालता है।
जिलेवार कीमतों की झलक
अगर जिलों की बात करें, तो जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां सबसे सस्ते हैं, जहां रेट 892.50 रुपये है। चाईबासा में यह कीमत 902 रुपये है। वहीं रांची, बोकारो, देवघर, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, जामताड़ा, खूंटी जैसे जिलों में कीमत 910.50 रुपये के आस-पास है। हजारीबाग, कोडरमा और रामगढ़ में सबसे ज्यादा यानी 912 रुपये की दर है।
आगे क्या होगा? बढ़ेगी कीमत या मिलेगी राहत?
गैस की कीमतें कब बढ़ेंगी या घटेंगी – इसका सीधा जवाब देना मुश्किल है। इसकी वजह है कि एलपीजी की दरें कई फैक्टर पर निर्भर करती हैं – जैसे इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमत, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति, सरकार की सब्सिडी नीति, ट्रांसपोर्ट खर्च और लोकल डिमांड। अगर सरकार कोई राहत पैकेज लाती है या सब्सिडी को फिर से एक्टिव करती है, तो उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। वरना फिलहाल तो कीमतें इसी के आस-पास रहने की संभावना है।
उपभोक्ताओं के लिए जरूरी बातें
अगर आप गैस सिलेंडर बुक करते हैं, तो बुकिंग से पहले अपने इलाके की ताजा कीमत जरूर चेक करें। कई बार गैस एजेंसियां नई दरों की जानकारी समय पर नहीं देतीं, ऐसे में खुद जानकारी लेना बेहतर होता है। साथ ही, यह भी देखें कि आप सब्सिडी के लिए पात्र हैं या नहीं। अगर आपके खाते में सब्सिडी नहीं आ रही है, तो आधार लिंकिंग या बैंक डिटेल की जांच करवा लें। छोटी सी लापरवाही से आप बड़ी राहत से वंचित रह सकते हैं।
सब्सिडी को लेकर ध्यान देने वाली बात
अक्सर उपभोक्ता यह समझ नहीं पाते कि सब्सिडी क्यों नहीं आ रही। जबकि इसके पीछे की वजह काफी साधारण हो सकती है – जैसे कि आधार नंबर गैस कनेक्शन से लिंक नहीं है, बैंक खाता अपडेट नहीं है या नाम में कोई गड़बड़ी है। ऐसी स्थिति में अपने गैस वितरक या बैंक से संपर्क करके डिटेल्स को सही करवा लेना चाहिए। एक बार सब कुछ सही हो गया, तो आपको मिलने वाली सब्सिडी सीधे आपके खाते में जमा हो जाएगी।
झारखंड में गैस सिलेंडर की कीमतें इस वक्त देश के औसत से ऊपर चल रही हैं। हालांकि कुछ जिलों में राहत जरूर है, लेकिन ज्यादातर जगहों पर दाम 900 रुपये से ज्यादा ही हैं। आने वाले समय में अगर सरकार कोई राहत योजना लाती है, तो उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। तब तक के लिए यह जरूरी है कि आप जागरूक रहें, समय पर जानकारी लें और खरीदारी सोच-समझकर करें।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और समाचार रिपोर्ट्स पर आधारित है। एलपीजी सिलेंडर की कीमतें समय-समय पर बदलती रहती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले संबंधित गैस एजेंसी या आधिकारिक वेबसाइट से पुष्टि जरूर करें। लेख का उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है, इसे किसी भी वित्तीय या कानूनी सलाह के रूप में न लें।